१) किसी का दर्द ,
किसी की ख़ुशी ,
समझती है एक चीज ज़रा सी ,
है कुछ पन्नो की डायरी !
२) आज क्या हुआ ,
कल क्या होगा ,
याद दिलाती है चीज सारी ,
है कुछ पन्नो की डायरी !
३) लोग बदल जाते है ,
वो नहीं बदलती ,
हर पल साथ देती है ,
कुछ पन्नो की डायरी !
४) वक़्त गुज़र जाता है ,
पर वो वक़्त याद दिलाती ,
होती है कुछ लोगो की प्यारी ,
कुछ पन्नो की डायरी !
५) अगर अकेला महसूस लगे तो ,
लिखकर करलो बात सारी ,
हर पल साथ देगी तुमको ,
कुछ पन्नो की डायरी !!!!!!!!
-देवेन्द्र गोरे
hmmmmmmm so true.........n nice poem as always......
ReplyDeleteit's a universal true man devu
ReplyDeletesuperrr likkkeeee
ReplyDeleteblog is luking nice with new colours...keep blogging !!!
ReplyDeletenice dg ..........sab yaad dila deti hai humko ye kuch panno ki dayari......
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