ये क्या लिखा है ?
ये सच लिखा है,
किस ओर ये खत लिखा है
पढ़ना चाहता हूँ .
पढ़ाना चाहता हूँ ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
क्या सोचती है ये दुनिया,
मैं ये न सोचता हूँ ,
क्या सुख क्या दुख.
क्या अमीरी क्या गरीबी,
सबकी बात कहना चाहता हूँ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
पल में खुशी ,
पल में हँसी ,
पल में रोना ,
पल में खोना .
सारे रंग पिरोना चाहता हुँ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
ये धर्म क्या अधर्म क्या .
मजहब की लड़ाई से हटना चाहता हूँ ,
दुर रखो मूूझे इस मंजर से ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
एक दिन वो आयेगा ,
ख्वाब पूरा हो जायेगा ,
मैं भी दूनिया को कुछ दिखाना चाहता हूँ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
$ देवेन्द्र गोरे $
ये सच लिखा है,
किस ओर ये खत लिखा है
पढ़ना चाहता हूँ .
पढ़ाना चाहता हूँ ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
क्या सोचती है ये दुनिया,
मैं ये न सोचता हूँ ,
क्या सुख क्या दुख.
क्या अमीरी क्या गरीबी,
सबकी बात कहना चाहता हूँ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
पल में खुशी ,
पल में हँसी ,
पल में रोना ,
पल में खोना .
सारे रंग पिरोना चाहता हुँ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
ये धर्म क्या अधर्म क्या .
मजहब की लड़ाई से हटना चाहता हूँ ,
दुर रखो मूूझे इस मंजर से ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
एक दिन वो आयेगा ,
ख्वाब पूरा हो जायेगा ,
मैं भी दूनिया को कुछ दिखाना चाहता हूँ,
मैं तो बस लिखना चाहता हूँ !
$ देवेन्द्र गोरे $
Likhte raho bhai !! :) Ek din duniya jarur dekhegi , keep it up ! :)
ReplyDeleteVery informative, keep posting such good articles, it really helps to know about things.
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